Rashtriya Maru Udyan: डेजर्ट नेशनल पार्क, भारत के राजस्थान राज्य में स्थित एक प्रमुख संरक्षित क्षेत्र है। इसे अंग्रेज़ी में Desert National Park कहा जाता है। यह उद्यान थार मरुस्थल की पारिस्थितिकी को संरक्षित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था। यह क्षेत्र जैव विविधता, पारिस्थितिकी और वन्यजीव संरक्षण के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। मरुस्थल राष्ट्रीय उद्यान न केवल एक संरक्षित क्षेत्र है, बल्कि यह भारत की मरुस्थलीय पारिस्थितिकी और जैव विविधता का प्रतीक भी है। इसका संरक्षण और सतत विकास हमारे पर्यावरणीय संतुलन और भविष्य की पीढ़ियों के लिए अति आवश्यक है। इस लेख में आपके लिए डेजर्ट नेशनल पार्क (Rashtriya Maru Udyan) की विस्तृत जानकारी दी गई है।
उद्यान का नाम | डेजर्ट नेशनल पार्क (Desert National Park) |
स्थान | पश्चिमी राजस्थान (जैसलमेर और बाड़मेर जिला), भारत |
स्थापना वर्ष | वर्ष 1980 |
क्षेत्रफल | लगभग 3162 वर्ग किलोमीटर |
प्रसिद्धि का कारण | थार मरुस्थल की जैव विविधता, ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (गोडावण) का आवास |
प्रमुख वन्यजीव प्रजातियाँ | ग्रेट इंडियन बस्टर्ड, लोमड़ी, चिंकारा, रेगिस्तानी बिल्ली, ऊँट, बाज, चील |
पक्षी प्रजातियाँ | ग्रेट इंडियन बस्टर्ड, रेगिस्तानी चील, सफेद गिद्ध, शॉर्ट-टॉड ईगल |
वनस्पति विविधता | मरुस्थलीय झाड़ियाँ, कैक्टस, बबूल, बेर |
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डेजर्ट नेशनल पार्क के बारे में
यह उद्यान राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में फैला हुआ है, और इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 3,162 वर्ग किलोमीटर है। यह भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यहाँ की पारिस्थितिकी में रेत के टिब्बे, चट्टानी पठार, नमक के मैदान और रेतीले मैदान शामिल हैं। यह उद्यान पर्यावरणीय शिक्षा और अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ विभिन्न शैक्षणिक संस्थान और अनुसंधानकर्ता मरुस्थलीय पारिस्थितिकी, वन्यजीवों और जलवायु परिवर्तन पर अध्ययन करते हैं। यह उद्यान न केवल पर्यावरणीय दृष्टिकोण से बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। जैसलमेर के निकट होने के कारण यहाँ पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं।
डेजर्ट नेशनल पार्क क्यों प्रसिद्ध है?
डेजर्ट नेशनल पार्क मुख्यतः महागौरैया यानी ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (Ardeotis nigriceps) के लिए प्रसिद्ध है। वन और पर्यावरण मंत्रालय की नवीनतम अद्यतन प्रजाति‑सूची (जनवरी 2024) के अनुसार यह पक्षी संकटग्रस्त श्रेणी में है और इसकी वैश्विक आबादी का बड़ा हिस्सा यहीं बचा है। बताना चाहेंगे यहाँ दिए गए निम्नलिखित कारणों के चलते डेजर्ट नेशनल पार्क प्रसिद्ध है;-
- बताना चाहेंगे ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के प्रजनन‑मौसम में, उद्यान का घासवाला ऊँचा टीला सबसे महत्त्वपूर्ण बन जाता है। यह समय आमतौर पर मार्च से अगस्त के बीच का समय होता है।
- बस्टर्ड के अलावा, इस उद्यान की जैव विविधता और यहाँ के पर्यावरण के लिए भी यह स्थान विशेष माना जाता है।
- बता दें कि पश्चिमी राजस्थान की चरागाह आधारित ग्रामीण आजीविका के इसी उद्यान पर निर्भर रहने के कारण भी यह देशभर में बहुत प्रसिद्ध है, क्योंकि इसने प्रकृति और मानव के बीच एक बेहतर समन्वय स्थापित किया है।
डेजर्ट नेशनल पार्क का इतिहास
मरुस्थलीय राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना वर्ष 1980 में हुई थी। यह जैसलमेर और बाड़मेर जिलों के बीच लगभग 3162 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। बता दें कि यह राष्ट्रीय उद्यान भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा अधिसूचित संरक्षित क्षेत्र है और इसकी अधिसूचना भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अंतर्गत जारी की गई थी।
डेजर्ट नेशनल पार्क की जैव विविधता
पहली नज़र में थार का रेतीला विस्तार आपको निर्जीव लग सकता है, लेकिन ठीक इसी रेत के नीचे व ऊपर एक ऐसा पारिस्थितिक तंत्र धड़कता है जिसने कई लुप्त होती जीवों की प्रजातियों को यहाँ शरण दी है। बताना चाहेंगे पर्यावरण मंत्रालय की 2024 की “प्रोजेक्ट गोडावण” प्रगति रिपोर्ट के अनुसार, डेजर्ट नेशनल पार्क में अब 64 व्यस्क और 18 नवजात गोडावण दर्ज़ हैं। यह वृद्धि सफल संतान‑पालन केंद्र और घासभूमि पुनर्स्थापन कार्यक्रमों का प्रत्यक्ष परिणाम है।
यहाँ पाई जाने वाली अन्य प्रमुख वन्यजीव प्रजातियों में ब्लैकबक (कृष्णमृग), चिंकारा, डेजर्ट फॉक्स, बंगाल मॉनिटर, और भारतीय स्पाइनी टेल्ड लिज़र्ड शामिल हैं। पक्षियों की बात करें तो ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के साथ-साथ रेगिस्तानी उल्लू, लैग्गर फाल्कन, शॉर्ट-टो लार्क जैसे दुर्लभ पक्षी भी देखे जा सकते हैं। इसके साथ ही यहाँ 40 से अधिक सरीसृप प्रजातियाँ भी मौजूद हैं, जिनमें स्पाइनी‑टेल छिपकली, डेज़र्ट मॉनिटर तथा रेड सैंड बोआ जैसी दुर्लभ प्रजातियाँ प्रमुख हैं। ये सभी प्रजातियां पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में मुख्य भूमिका निभाती हैं।
वनस्पति की बात करें तो यहाँ 168 स्थलीय पादप प्रजातियाँ सूचीबद्ध हैं। इनमें रेतीली टीलों को स्थिर करने वाली सीवान घास (Lasiurus sindicus) और औषधीय गुणों वाली कुमठिया (Tephrosia purpurea) प्रजातियां प्रमुख हैं, जिनका मुख्य काम मिट्टी के अपरदन को रोकना होता है।
डेजर्ट नेशनल पार्क के प्रमुख आकर्षण केंद्र
डेजर्ट नेशनल पार्क के प्रमुख आकर्षण केंद्र की जानकारी निम्नलिखित हैं;-
- इस उद्यान में मौजूद लुप्तप्राय होती ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (Godawan) यहाँ का प्रमुख आकर्षण हैं, जिन्हें यहाँ एक प्रकार का प्राकृतिक आवास मिला है।
- यह राष्ट्रीय उद्यान न केवल प्रकृति प्रेमियों, शोधकर्ताओं और फोटोग्राफरों के लिए बल्कि पर्यावरणीय शिक्षा और सतत विकास के संदर्भ में विद्यार्थियों के लिए भी एक खुली प्रयोगशाला जैसा है।
डेजर्ट नेशनल पार्क से संबंधित रोचक तथ्य
डेजर्ट नेशनल पार्क सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि एक संरक्षित प्राकृतिक धरोहर है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल की तरह है। इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य निम्नलिखित हैं;-
- यह उद्यान भारत में सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। बता दें कि इसका लगभग 20% क्षेत्र कोर ज़ोन है, जबकि शेष क्षेत्र बफर जोन के रूप में काम करता है।
- इस पार्क की भौगोलिक संरचना में बालू के टीलों, नमक झीलों, चट्टानों और लोम की परतों से बनी धरती शामिल है, जो इसे अद्वितीय बनाती है।
- इस उद्यान की जलवायु अति शुष्क है, जिस कारण यहाँ का तापमान ग्रीष्म ऋतु में 45°C से भी ऊपर चला जाता है।
- ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के संरक्षण के लिए यहाँ “अभयारण्यों का नेटवर्क” भी बनाया गया है जिसमें सैटेलाइट टैगिंग और निगरानी तकनीकों का उपयोग हो रहा है।
- यह उद्यान सैम के टीलों से पास है, जिसके कारण यह उद्यान थार संस्कृति को भी जीवंत बनाए रखने में एक सहायक भूमिका निभाता है।
- इस विस्तृत परिक्षेत्र का 44 प्रतिशत भाग “सैंपलिंग ज़ोन” के रूप में वर्गीकृत है, जहाँ भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (BNHS) संयुक्त सर्वेक्षण चलाते हैं।
- बता दें कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन साल में ही यहाँ के 23 किलोमीटर लंबे फ्लैट साल्टपैन में चार नई शैवाल प्रजातियाँ दर्ज की गईं, जो रेगिस्तानी खाद्य श्रृंखला की बुनियाद हैं।
FAQs
डेजर्ट नेशनल पार्क भारत के राजस्थान राज्य के पश्चिमी भाग में स्थित है, जिसका अधिकांश हिस्सा जैसलमेर और कुछ भाग बाड़मेर जिले में आता है।
डेजर्ट नेशनल पार्क की स्थापना वर्ष 1980 में की गई थी, ताकि थार मरुस्थल की जैव विविधता और पारिस्थितिकी को संरक्षित किया जा सके।
यह उद्यान लगभग 3162 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, जो इसे भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में से एक बनाता है।
यहाँ ग्रेट इंडियन बस्टर्ड, चीतल, ब्लैकबक, लोमड़ी, रेगिस्तानी बिल्ली और कई प्रकार के प्रवासी पक्षी देखे जा सकते हैं।
ग्रेट इंडियन बस्टर्ड एक विलुप्तप्राय पक्षी है और डेजर्ट नेशनल पार्क इसका प्रमुख आवास स्थल है, जिसे संरक्षण के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
अक्टूबर से मार्च के बीच का समय डेजर्ट नेशनल पार्क की यात्रा के लिए सबसे उपयुक्त होता है, जब मौसम सुहावना होता है और पक्षियों की गतिविधि बढ़ जाती है।
हाँ, उद्यान में पर्यटकों के लिए जीप सफारी की सुविधा उपलब्ध है, जिससे वे दूर-दराज के क्षेत्रों में जाकर वन्य जीवों और पक्षियों का अवलोकन कर सकते हैं।
यहाँ की वनस्पति में खजूर, बेर, कुमट, केर, सांवल और कई प्रकार की कांटेदार झाड़ियाँ प्रमुख हैं, जो मरुस्थलीय परिस्थितियों के अनुरूप ढली हुई हैं।
यह उद्यान न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रेगिस्तानी जैव विविधता और पक्षी संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल होने के लिए भी नामांकित हो चुका है।
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