गणतंत्र दिवस हमारे देश के इतिहास का एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है, जो 26 जनवरी को मनाया जाता है। 1950 में इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था, जिससे हमारा देश एक लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया। यह दिन भारतीय संस्कृति, एकता और स्वतंत्रता का प्रतीक है। दिल्ली के राजपथ पर आयोजित होने वाली भव्य परेड में भारतीय सेना, पुलिस बल और स्कूलों के बच्चे अपनी देशभक्ति और समर्पण का प्रदर्शन करते हैं। गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on Republic Day in Hindi) लिखने का उद्देश्य इस दिन की महत्ता और उसके ऐतिहासिक महत्व को समझाना है। यह हमें हमारे अधिकारों और कर्तव्यों का एहसास कराता है, साथ ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की बलिदान को भी याद दिलाता है। इस ब्लॉग में, कई सैंपल दिए गए हैं।
This Blog Includes:
- 76वे गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर अनुच्छेद
- गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 100 शब्दों में
- गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 150 शब्दों में
- गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 200 शब्दों में
- गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 250 शब्दों में
- गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 300 शब्दों में
- गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 350 शब्दों में
- गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 400 शब्दों में
- FAQs
76वे गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर अनुच्छेद
76वे गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on 76th Republic Day in Hindi) इस प्रकार है:
भारत 26 जनवरी 2025 को अपना 76वां गणतंत्र दिवस अत्यंत धूमधाम और उल्लास के साथ मनाने जा रहा है। इस वर्ष का आयोजन विशेष रूप से “स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास” (Golden India: Heritage and Progress) थीम के तहत किया जा रहा है, जो देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और निरंतर प्रगति का प्रतीक है। इस अवसर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो मुख्य अतिथि के रूप में शरीक होंगे, और यह उनकी भारत यात्रा का पहला मौका होगा। उनकी यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की संभावना है।
गणतंत्र दिवस का दिन भारतीय संविधान की स्वीकार्यता और देश के गणराज्य बनने का प्रतीक है। 1950 में इसी दिन हमारा संविधान लागू हुआ था, और तब से यह दिन राष्ट्रीय सम्मान और गरिमा का प्रतीक बन गया है। इस दिन की शुरुआत नई दिल्ली में कर्त्तव्य पथ पर आयोजित होने वाली भव्य सैन्य परेड से होती है, जहां भारतीय सशस्त्र बल अपनी शक्ति, साहस और समर्पण का अद्वितीय प्रदर्शन करते हैं। कर्त्तव्य पथ पर प्रदर्शित होने वाली झांकियाँ भारतीय राज्यों की सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध विरासत का परिचय देती हैं।
गणतंत्र दिवस 2025 पर कर्त्तव्य पथ पर 15 राज्यों और 11 केंद्रीय मंत्रालयों की झांकियाँ प्रदर्शित की जाएंगी, जो न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर, बल्कि उसकी विकास यात्रा को भी दर्शाएंगी। इसके अतिरिक्त, अन्य राज्य ‘भारत पर्व’ के अंतर्गत अपनी झांकियाँ प्रस्तुत करेंगे, जिससे इस दिन की भव्यता और राष्ट्रीय एकता में और भी इजाफा होगा।
गणतंत्र दिवस की यह भव्य परेड भारतीयता की शक्ति और अखंडता का एक अद्वितीय प्रमाण है, और यह हमें हमारी सांस्कृतिक जड़ों और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति गर्व और जिम्मेदारी का अहसास कराती है। 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर, हम सभी भारतीय अपने देश के प्रति सम्मान और समर्पण की भावना को और प्रगाढ़ करते हुए इस ऐतिहासिक दिन को मनाते हैं।
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गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 100 शब्दों में
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on Republic Day in Hindi) 100 शब्दों में इस प्रकार है:
गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी को मनाया जाता है, जब 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था और देश एक लोकतांत्रिक गणराज्य बना। इस दिन को देशभर में राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिसमें दिल्ली के राजपथ पर भव्य परेड होती है। भारतीय सेना और पुलिस बल अपनी वीरता का प्रदर्शन करते हैं, और विभिन्न राज्यों द्वारा अपनी सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने वाली झांकियाँ प्रस्तुत की जाती हैं। यह दिन हमें हमारे अधिकारों, कर्तव्यों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की याद दिलाता है, जिनकी मेहनत से हम आज़ाद हैं और एक मजबूत लोकतंत्र में जी रहे हैं।
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 150 शब्दों में
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on Republic Day in Hindi) 150 शब्दों में इस प्रकार है:
गणतंत्र दिवस भारत का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है, जिसे हर साल 26 जनवरी को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन भारतीय संविधान के लागू होने की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जब 1950 में भारत एक स्वतंत्र और संप्रभु गणराज्य बना। इस दिन की अहमियत को महसूस करते हुए, देशभर में विशेष समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिनमें दिल्ली में होने वाली भव्य परेड प्रमुख होती है। परेड में भारतीय सेना, वायु सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षाबल अपने साहस और शौर्य का प्रदर्शन करते हैं, जो भारतीय शक्ति और एकता का प्रतीक है। गणतंत्र दिवस का यह पर्व हमें अपनी स्वतंत्रता की मूल्य और हमारे संविधान की शक्ति को याद दिलाता है। यह दिन हमारे अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। गणतंत्र दिवस को हम सभी गर्व, उत्साह और समर्पण के साथ मनाते हैं।
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गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 200 शब्दों में
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on Republic Day in Hindi) 200 शब्दों में इस प्रकार है:
गणतंत्र दिवस भारत के इतिहास का अहम दिन है, जिसे 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन 1950 को भारतीय संविधान को लागू किया गया और हमारे देश को एक लोकतांत्रिक गणराज्य का दर्जा प्राप्त हुआ। इससे पहले भारत ब्रिटिश शासन के तहत था, लेकिन अब हम एक स्वतंत्र और स्वायत्त राष्ट्र बन चुके थे। गणतंत्र दिवस पर हर साल दिल्ली के राजपथ पर एक भव्य परेड का आयोजन होता है, जिसमें भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के जवान अपनी ताकत और पराक्रम का प्रदर्शन करते हैं। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम और झांकियाँ भी पेश की जाती हैं, जो देश की विविधता और समृद्ध संस्कृति को दर्शाती हैं। गणतंत्र दिवस का दिन हमें अपने संविधान की अहमियत और हमारे कर्तव्यों को समझने की प्रेरणा देता है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम सभी भारतीय नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हैं, और हमें अपने कर्तव्यों का पालन करने की जिम्मेदारी है। इस दिन हम अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्था का सम्मान करते हैं और संविधान के तहत दिए गए अधिकारों का उपयोग करते हैं। गणतंत्र दिवस एक ऐसा अवसर है जब हम सभी को अपने राष्ट्र के प्रति निष्ठा और एकता को बढ़ावा देना चाहिए।
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 250 शब्दों में
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on Republic Day in Hindi) 250 शब्दों में इस प्रकार है:
गणतंत्र दिवस भारत का एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिवस है, जिसे 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन 1950 को भारतीय संविधान को लागू किया गया था, और भारत एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। भारतीय संविधान, जो दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, ने देश को एक मजबूत और स्वतंत्र शासन प्रणाली दी। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ पर एक शानदार परेड का आयोजन किया जाता है, जिसमें भारतीय सेना, वायु सेना, और नौसेना के जवान अपनी साहस और पराक्रम का प्रदर्शन करते हैं। इस वर्ष, यानी 2025 में, भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, जो देश की लोकतांत्रिक यात्रा का 76 वर्षों का प्रतीक है। यह अवसर हमें अपने संविधान की ताकत और राष्ट्र की एकता पर गर्व महसूस करने का मौका देता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य देशवासियों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक करना है। इस दिन हम सभी भारतीय अपने संविधान और राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करते हैं। गणतंत्र दिवस का पर्व न केवल भारत के संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है, बल्कि यह हमें एकजुट होकर अपने देश की सेवा करने की प्रेरणा भी देता है। यह दिन हमारे राष्ट्र की ताकत, एकता, और विविधता का प्रतीक है। देश के हर नागरिक को गणतंत्र दिवस के महत्व को समझते हुए इस दिन का सम्मान करना चाहिए। यह दिन हमारी सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता को बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है, ताकि हम लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा कर सकें।
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 300 शब्दों में
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on Republic Day in Hindi) 300 शब्दों में इस प्रकार है:
गणतंत्र दिवस भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान को लागू किया गया था, और भारत एक संप्रभु गणराज्य बन गया। इससे पहले भारत ब्रिटिश शासन के तहत था, लेकिन संविधान लागू होने के बाद भारत ने अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा की। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारी स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने कड़ा संघर्ष किया। महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आज़ाद और लाला लाजपत राय सहित कई महान नेताओं ने अपनी जान की आहुति देकर भारत को स्वतंत्रता दिलाई। इन महान नेताओं के संघर्ष और बलिदान की वजह से ही हम आज एक स्वतंत्र और मजबूत गणराज्य के रूप में खड़े हैं।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ पर आयोजित परेड में सेना, वायु सेना और नौसेना के जवान अपनी साहस और पराक्रम का प्रदर्शन करते हैं, साथ ही राज्यों की सांस्कृतिक झांकियाँ भी प्रस्तुत की जाती हैं, जो भारत की विविधता और समृद्ध संस्कृति को दर्शाती हैं। गणतंत्र दिवस का दिन हमारे संविधान की महत्वता को समझने का अवसर होता है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम सभी भारतीय नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हैं और हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
गणतंत्र दिवस न केवल हमारे संविधान की क़ीमत को रेखांकित करता है, बल्कि यह हमें देश के प्रति हमारी निष्ठा और एकता का एहसास भी कराता है। यह दिन हमारी भारतीयता, लोकतांत्रिक मूल्यों, और समाज में समानता के सिद्धांतों का प्रतीक बनता है। गणतंत्र दिवस हमें यह सिखाता है कि हमें अपने देश की सेवा में अपने कर्तव्यों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए और हम भारतीय राष्ट्र के उत्थान के लिए मिलकर काम करें व समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 350 शब्दों में
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on Republic Day in Hindi) 350 शब्दों में इस प्रकार है:
गणतंत्र दिवस भारत का एक अत्यधिक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक दिवस है, जिसे प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय संविधान के लागू होने की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जो भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान को लागू किया गया, और भारत एक पूर्ण गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। इससे पहले भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था, और यह दिन हमारे राष्ट्र के लोकतांत्रिक स्वराज की शुरुआत का प्रतीक बनता है। गणतंत्र दिवस पर देशभर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें से दिल्ली में राजपथ पर होने वाली परेड एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन होता है। इस परेड में भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के जवान अपनी वीरता का प्रदर्शन करते हैं, साथ ही हर राज्य की संस्कृति और लोककला को दर्शाने वाली झांकियाँ भी प्रस्तुत की जाती हैं। ये झांकियाँ भारत की विविधता और एकता को प्रदर्शित करती हैं। इस दिन भारतीय राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रध्वज फहराया जाता है, और प्रधानमंत्री द्वारा इंडिया गेट के समीप अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। गणतंत्र दिवस का दिन सिर्फ हमारे संविधान की अहमियत को दर्शाता है, बल्कि यह हम सभी को अपने अधिकारों और कर्तव्यों का अहसास भी कराता है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम सभी भारतीय नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हैं, और हमें अपने कर्तव्यों का पालन करने की जिम्मेदारी है। गणतंत्र दिवस का पर्व न केवल हमारे संविधान की क़ीमत को रेखांकित करता है, बल्कि यह हमें देश के प्रति हमारी निष्ठा और एकता का एहसास भी कराता है। यह दिन हमारी भारतीयता, लोकतंत्र और समानता के सिद्धांतों का प्रतीक बनता है। हम सबको अपने संविधान के प्रति निष्ठा और सम्मान की भावना रखते हुए इस दिन को गर्व और उल्लास के साथ मनाना चाहिए। गणतंत्र दिवस हमें यह सिखाता है कि हमें अपने देश की सेवा में अपने कर्तव्यों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। यह दिन हम सभी के लिए एक प्रेरणा है, ताकि हम भारतीय राष्ट्र के उत्थान के लिए मिलकर काम करें और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें।
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गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद 400 शब्दों में
गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद (Paragraph on Republic Day in Hindi) 400 शब्दों में इस प्रकार है:
गणतंत्र दिवस भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है, जिसे 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था, जिससे भारत एक संप्रभु गणराज्य बना। भारतीय संविधान, जिसे डॉ. भीमराव अंबेडकर ने तैयार किया था, दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है। इसमें कुल 448 अनुच्छेद, 22 भाग और 12 अनुसूचियाँ हैं। इस संविधान के तहत भारत में लोकतांत्रिक प्रणाली स्थापित की गई, जिसमें नागरिकों को समान अधिकार, स्वतंत्रता, और न्याय की गारंटी दी जाती है। गणतंत्र दिवस इस संघर्ष और संकल्प का प्रतीक है, जिसके कारण भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की और एक मजबूत गणराज्य बना।
गणतंत्र दिवस के दिन देशभर में समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिनमें दिल्ली में राजपथ पर होने वाली भव्य परेड सबसे प्रमुख होती है। यह परेड भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के साहस और पराक्रम का प्रतीक है। भारतीय सेना की पैदल टुकड़ी और राजपथ पर चलने वाले बैंड और अन्य सैनिकों के साथ, यह परेड देश की शक्ति और मजबूती का प्रदर्शन करती है। इस दिन राष्ट्रध्वज फहराया जाता है और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झांकियाँ भी इस परेड का हिस्सा होती हैं, जो भारत की विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती हैं। इस वर्ष 2025 में भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, जो भारतीय लोकतंत्र की 76 वर्षों की यात्रा का प्रतीक है।
गणतंत्र दिवस का महत्व सिर्फ राष्ट्रीय उत्सव तक सीमित नहीं है, यह दिन हमें हमारे अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है। भारतीय संविधान ने हमें न केवल अधिकार दिए हैं, बल्कि हमारे कर्तव्यों को भी स्पष्ट रूप से रेखांकित किया है। इसके अंतर्गत 11 मूल कर्तव्य भी हैं, जो नागरिकों को राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने के लिए प्रेरित करते हैं। इनमें से सबसे प्रमुख कर्तव्य है कि हर भारतीय नागरिक को संविधान का सम्मान करना चाहिए और इसे बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए।
गणतंत्र दिवस का पर्व भारत की शक्ति, एकता और विविधता का प्रतीक है। यह दिन हमारे संविधान की महानता को मान्यता देने का अवसर है, साथ ही यह हमें प्रेरित करता है कि हम अपने देश के उत्थान में अपनी भूमिका निभाएं। इस दिन हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाएंगे, ताकि हम भारतीय लोकतंत्र की रक्षा कर सकें और इसे अगले दशकों तक मजबूत बनाए रख सकें।
FAQs
हम गणतंत्र दिवस इसलिए मनाते हैं क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था और भारत एक संप्रभु गणराज्य बना। यह दिन हमारे संविधान, लोकतंत्र और नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों का प्रतीक है।
भारत 26 जनवरी 2025 को अपना 76वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाएगा।
26 जनवरी 2025 के गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि होंगे इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो। यह उनकी राष्ट्रपति बनने के बाद पहली भारत यात्रा होगी, जो अक्टूबर 2024 में पदभार ग्रहण करने के बाद हो रही है।
26 जनवरी का महत्व भारतीय संविधान की स्वीकृति से जुड़ा है, जब 1950 में इसे लागू किया गया, जिससे भारत एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक गणराज्य बना।
गणतंत्र वह शासन व्यवस्था है जिसमें सत्ता का स्रोत जनता होती है और नागरिकों को संविधान द्वारा निश्चित अधिकारों और कर्तव्यों का पालन करना होता है।
26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू किया गया क्योंकि इस दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से पूरी तरह स्वतंत्रता प्राप्त की और अपनी स्वायत्तता की घोषणा की।
76वें गणतंत्र दिवस की थीम “स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास” (Golden India: Heritage and Progress) होगी।
गणतंत्र दिवस की विशेषताएं में देशभर में परेड, शहीदों को श्रद्धांजलि, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन शामिल हैं।
गणतंत्र दिवस का संदेश लोकतंत्र, समानता, स्वतंत्रता और संविधान के प्रति निष्ठा को बढ़ावा देना है।
गणतंत्र दिवस का उद्देश्य भारतीय संविधान की महत्ता को समझाना, राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना, और देशवासियों में कर्तव्यों का पालन करने की भावना को जागृत करना है।
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