MD पीडियाट्रिक्स कैसे करें?

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बच्चों से स्नेह और सद्भावना रखने वाले छात्र एमबीबीएस के बाद एमडी पीडियाट्रिक्स का विकल्प चुनते हैं। इस कोर्स की लोकप्रियता का कारण यही नहीं है बल्कि वास्तव में इस क्षेत्र में एक उजागर भविष्य छिपा है। जब हमें हल्का सर्दी जुकाम हो जाएं तो हम मेडिकल शॉप्स से दवाएं लेकर ठीक हो जाते हैं, लेकिन बच्चों के मामले में ऐसा नहीं है। उनकी एक छोटी सी झींक से भी माता पिता चिंतित होकर पीडियाट्रिशन के क्लिनिक की दौड़ लगाते हैं। बस यहीं से पीडियाट्रिशन की बढ़ती मांग को समझा जा सकता है। इन मांगों के साथ ही MD पीडियाट्रिक्स कोर्स की मांगों में वृद्धि हुई है। एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल लगभग 16,000 छात्र भारत में एमडी पीडियाट्रिक्स का अध्ययन करते हैं। यदि आप भी यह कोर्स करने के इच्छुक हैं, तो आइए इस ब्लॉग में जानते हैं एमडी पीडियाट्रिक्स के बारे में।

MD पीडियाट्रिक्स क्या है?

MD पीडियाट्रिक्स, नवोदित बाल रोग विशेषज्ञों के लिए 3 साल का मास्टर डिग्री कोर्स है। यह दुनिया भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किया जाता है और प्रवेश के लिए न्यूनतम पात्रता मानदंड किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 55%-60% अंकों के साथ एमबीबीएस की डिग्री है। यह एमडी कोर्स शिशुओं, बच्चों और किशोरों की चिकित्सा स्थितियों के बारे में जानने में रुचि रखने वाले एमबीबीएस छात्रों के लिए आदर्श है।

MD पीडियाट्रिक्स क्यों करें?

छात्रों द्वारा MD पीडियाट्रिक्स चुने जाने के कुछ कारण नीचे दिए गए हैं-

  • उच्च वेतन: बाल रोग विशेषज्ञ अत्यधिक विशिष्ट जॉब प्रोफाइल हैं। इसके अंतर्गत छात्र भारत में प्रति माह 1 लाख से 2 लाख तक कमा सकते हैं। यही कारण है कि कई छात्र एमबीबीएस के बाद में एमडी पीडियाट्रिक्स का विकल्प चुनते हैं क्योंकि यह कोर्स उच्च वेतन और अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करता है।
  • बाल-देखभाल के लिए प्यार: बाल रोग विशेषज्ञ मूल रूप से बच्चों के डॉक्टर हैं। यह डिग्री छात्रों को बच्चों के लिए सही और बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के तरीकों पर केन्द्रित है। बच्चों के प्रति प्रेम भाव रखने वाले छात्रों के लिए यह एक उत्तम विकल्प है।
  • शोध के अवसर: छात्रों द्वारा एमडी पीडियाट्रिक्स को चुनने का एक अन्य कारण रिसर्च है। यह क्षेत्र चिकित्सा, सामाजिक और सांस्कृतिक रोगों जैसे बच्चों में संक्रामक रोग, शिशुहत्या और शिशु मृत्यु की दर को कम करने और कम उम्र में बच्चों की देखभाल में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित करता है। 
  • एक्सेसिबिलिटी: एमडी पीडियाट्रिक्स ट्यूशन फीस के मामले में एक सुलभ कोर्स है। यह कोर्स INR 5k जितना सस्ता और INR 34 लाख जितना महंगा हो सकता है।

MD पीडियाट्रिक्स के विषय और सिलेबस

इस डिसिप्लिन में कवर किए गए प्रमुख विषय इस प्रकार हैं-

ग्रोथ एंड डेवलपमेंटरेस्पिरेटरी
न्योनेटोलॉजीगैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंड लीवर डिसीज
बिहेवियरल एंड डेवलपमेंटल डिसऑर्डररेनल डिसॉर्डर
सोशल पीडियाट्रिक्सन्यूरोलॉजिक डिसॉर्डर
जेनेटिक्सहेमेटोलोजी एंड ऑनकोलॉजी
न्यूट्रीशनएंडोक्रिनोलॉजी
कार्डियोवैस्कुलरइनफेक्शंस (न्यूनटल इनफेक्शन्स)
इमरजेंसी एंड क्रिटिकल केयरइम्यूनोलॉजी एंड रूमेटोलॉजी
ENT (इयर, नोज एंड थ्रोट)स्किन डिसीज
आई डिसीजआर्थोपेडिक्स
साइकोलॉजीकल डिसॉर्डरसोशल इसूज: चिल्ड्रन विथ स्पेशल नीड्स
फीटस एंड न्यू बोर्नएडोलेसेंट हेल्थ
डाइजेस्टिव सिस्टमCNS (सेंट्रल नर्वस सिस्टम)

आप AI Course Finder की मदद से भी अपने इंटरेस्ट के अनुसार कोर्सेज और यूनिवर्सिटी का चयन कर सकते हैं।

MD पीडियाट्रिक्स के लिए विश्व के टॉप विश्वविद्यालय

विश्व में MD पीडियाट्रिक्स के लिए टॉप 10 विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है-

यूनिवर्सिटीफीस
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी$64,984 (फुल टाइम)/INR 48.15 लाख
यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी-$32,980 (राज्य में फुल टाइम)/INR 24.44 लाख
-$51,244 (राज्य के बाहर फुल टाइम)/INR 37.97 लाख
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी$56,500 (फुल टाइम)/INR 41.87 लाख
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफ़ोर्निया सैन फ़्रांसिस्को-$36,342 (राज्य में फुल टाइम) /INR 26.93 लाख
-$48,587 (राज्य के बाहर फुल टाइम)/INR 36 लाख
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो-$41,156 (राज्य में फुल टाइम)/INR 30.50 लाख
-$67,110 (राज्य के बाहर फुल टाइम)/INR 49.73 लाख
बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन$19,425 (फुल टाइम)/INR 14.39 लाख
ड्यूक यूनिवर्सिटी$61,170 (फुल टाइम)/INR 45.33 लाख
यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन-$37,760 (राज्य में फुल टाइम)/INR 27.98 लाख
-$69,186 (राज्य के बाहर फुल टाइम)/INR 51.27 लाख
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया– लॉस एंजिलिस-$37,620 (राज्य में फुल टाइम)/INR 27.88 लाख
-$49,865 (राज्य के बाहर फुल टाइम)/INR 36.82 लाख

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MD पीडियाट्रिक्स के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालय

MD पीडियाट्रिक्स के लिए भारत में टॉप 10 विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है-

कॉलेजफीस 
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) ₹2,375
पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) ₹3,470
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC) ₹1.77 लाख
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) ₹22,860
कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज₹19.80 लाख
जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च Jawaharlal (JIPMER) ₹3,810
इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलिअरी साइंस (ILBS) ₹70,000
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी₹1.08 लाख
श्री रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च₹2.20 लाख
सेंट जॉन्स मेडिकल कॉलेज₹9.10 लाख

MD पीडियाट्रिक्स के लिए योग्यता

नीचे कुछ प्रमुख आवश्यकताएं दी गईं हैं, जो एमडी पीडियाट्रिक्स के इच्छुक छात्रों को पूरी करने की आवश्यकता होती है-

विदेश में पढ़ने के लिए पात्रता आवश्यकताएं

  • विदेशी संस्थानों में एमडी पीडियाट्रिक्स कोर्स 2-3 साल के लिए लंबा होता है, जिसमें क्लिनिकल इंटर्नशिप भी शामिल है। 
  • ज्यादातर विदेशी कॉलेज विशुद्ध रूप से शैक्षणिक योग्यता और पर्सनल डिटेल के आधार पर आवेदकों का चयन करते हैं, साथ ही एमबीबीएस की डिग्री और विभिन्न प्रवेश परिक्षाओं में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन जरूरी है। 
  • कनाडा और यूएसए में MCAT, यूके में UCAT स्कोर की मांग की जाती है। आपको अपने NEET स्कोर्स के साथ UCAT या MCAT स्कोर भी जमा करने होंगे।
  • यदि आप किसी अंग्रेजी भाषी देश में एमडी पीडियाट्रिक्स करना चाहते हैं तो आपको IELTS, TOEFL आदि के स्कोर भाषा प्रवीणता के रूप में जमा करने होते हैं। वहीं यदि आप यह कोर्स एक गैर-अंग्रेजी भाषी देश में करने का लक्ष्य बना रहे हैं, तो आपको उनकी भाषा सीखने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करना होता है। 
  • सैद्धांतिक सेमेस्टर के दौरान यह कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन जब आपको अपने कार्यक्रम के चौथे सेमेस्टर के दौरान इंटर्नशिप करना होता है, तो आपसे उस देश की मूल भाषा में कम्युनिकेट करने की उम्मीद की जाएगी। 

भारत में पात्रता आवश्यकताएं

  • वह एक भारतीय नागरिक होना चाहिए। भारत के प्रवासी नागरिक (ओसीआई) और भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) भी प्रवेश परीक्षा देने के लिए पात्र हैं।
  • उम्मीदवारों को एमसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से अपनी एमबीबीएस की डिग्री पूरी करनी होगी।
  • आवेदक की आयु कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए।
  • प्रवेश परीक्षा के लिए उपस्थित होना और NEET PG उत्तीर्ण करने के लिए NEET एमडी कटऑफ सुरक्षित करना अनिवार्य है।

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आवेदन प्रक्रिया

एमडी पीडियाट्रिक्स कोर्स के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है–

भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

यह भी पढ़ें: कनाडा में एमबीबीएस

विदेश में आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो एप्लीकेशन प्रोसेस की जानकारी के लिए आप  Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 572 000 पर कॉल कर सकते है।

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, NEET, MCAT, UCAT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर कंप्लीट एप्लीकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu के एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं।

आवश्यक दस्तावेज़

कुछ आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

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प्रवेश परीक्षाएं

भारतीय और विदेशी कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया के लिए अलग-अलग पात्रता मानदंड हैं। नीचे कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं के बारे में जानकारी दी गई है–

  • भारत में– उम्मीदवारों को MCI द्वारा मान्यता प्राप्त प्रवेश परीक्षाओं जैसे NEET PG, AIIMS PG, JIPMER PG और PGIMER PG के माध्यम से सफलतापूर्वक उत्तीर्ण होने के बाद नामांकित किया जाता है। 
  • विदेश में– दूसरी ओर, विदेशी कॉलेज आवेदक की शैक्षणिक योग्यता और अनुभव पर ध्यान केंद्रित करते हैं। कुछ विश्वविद्यालयों में NEET PG के स्कोर के साथ UCAT या MCAT को मान्यता दी जाती है, खासकर यूके, कनाडा और यूएसए की यूनिवर्सिटीज में।

MD पीडियाट्रिक्स के बाद टॉप एम्प्लॉयमेंट सेक्टर

कुछ प्रमुख एम्प्लॉयमेंट सेक्टर्स इस प्रकार हैं –

  • क्लिनिक
  • अस्पताल
  • स्कूलों
  • स्वास्थ्य विभाग
  • निजी अस्पताल
  • अनाथालय और वृद्धाश्रम
  • विश्वविद्यालय
  • चिकित्सा केंद्र और रिसर्च प्रयोगशालाएं
  • सरकारी विभाग
  • सैन्य प्रशिक्षण संस्थान

MD पीडियाट्रिक्स के बाद करियर और वेतन

MD पीडियाट्रिक्स के बाद इस क्षेत्र में एक आशाजनक करियर विकल्प है। बाल रोग में प्रतिभाशाली पेशेवरों की आवश्यकता ही प्रतिभाशाली डॉक्टरों के लिए रोजगार के कई अवसर सुनिश्चित करती है। इसके बाद ग्रेजुएट्स भारत देश के विभिन्न निजी और सरकारी अस्पतालों में बाल रोग विशेषज्ञ या बाल विशेषज्ञ के रूप में काम कर सकते हैं या अपना निजी क्लिनिक भी स्थापित कर सकते हैं और स्वतंत्र चिकित्सकों के रूप में काम कर सकते हैं। वहीं विदेशों में भी सर्टिफिकेट और लाइसेंस प्राप्त कर अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं। कुशल बाल रोग विशेषज्ञों को दिया जाने वाला वेतन व्यक्ति के अनुभव और विशेषज्ञता पर निर्भर करता है। पीडियाट्रिक्स में एमडी (डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन) पूरा करने के बाद जिन टॉप जॉब प्रोफाइल को चुना जा सकता है, वे नीचे दी गई हैं-

  • पीडियाट्रिशन
  • पीडियाट्रिक सर्जन
  • नियोनेटोलॉजिस्ट
  • डेवलपमेंटल बिहेवियरल पीडियाट्रिशियन
  • पीडियाट्रिक एंडोक्राइनोलॉजिस्ट

PayScale के अनुसार MD पीडियाट्रिक्स की डिग्री रखने वाले प्रोफेशनल्स का औसत वेतन नीचे दिया गया है –

भारत में वेतनINR 15-20 लाख
यूके में वेतनINR 85 लाख-1.6 करोड़
यूएसए में वेतनINR 95 लाख-1.32 करोड़
कनाडा में वेतनINR 1.93-2.24 करोड़
ऑस्ट्रेलिया में वेतनINR 1.42-1.48 करोड़

FAQs

MD पीडियाट्रिक्स क्या है?

एमडी पीडियाट्रिक्स एमबीबीएस के बाद छात्रों द्वारा किया जाने वाला एक कोर्स है। यह शिशुओं, नवजात शिशुओं, बच्चों और किशोरों के लिए चिकित्सा विज्ञान से संबंधित है।

बाल रोग विशेषज्ञ एमडी या डीओ है?

एमडी मेडिसिन के डॉक्टर हैं और डीओ ऑस्टियोपैथी के डॉक्टर हैं, इसके अलावा एक बाल रोग विशेषज्ञ किसी मान्यता प्राप्त मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमडी या डीओ के साथ ग्रेजुएशन कर सकता है।

बाल रोग में एमडी का स्कोप क्या है?

MD पीडियाट्रिक्स के लिए बहुत अधिक गुंजाइश है, आप निजी क्षेत्र या सरकारी क्षेत्र के लिए जा सकते हैं, दोनों फायदेमंद हैं और अच्छे वेतन की पेशकश करते हैं।

क्या बाल रोग विशेषज्ञ सर्जरी करता है?

हां, बाल रोग सर्जन हैं जो बच्चों की सर्जरी का इलाज, निदान और प्रबंधन करते हैं।

आशा करते हैं कि आपको MD पीडियाट्रिक्स कोर्स से सम्बन्धित सारी जानकारी मिल गई होंगी। क्या आप विदेश में एमडी पीडियाट्रिक्स कोर्स करना चाहते हैं? हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स से संपर्क करें जो विश्व स्तर पर मेडिकल स्कूलों में आवेदन करने में आपका मार्गदर्शन करेंगे। आज ही अपना 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए 1800 572 000 पर कॉल करें।

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