International Day Against Unilateral Coercive Measures 2025: 4 दिसंबर को क्यों मनाया जाएगा एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस?

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International Day Against Unilateral Coercive Measures in Hindi

International Day Against Unilateral Coercive Measures 2025: प्रतिवर्ष 4 दिसंबर को दुनियाभर में एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस मनाया जाएगा। संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने प्रस्‍ताव पारित करके एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस मनाने का फैसला किया है। इसलिए विश्वभर के अधिकांश देशों में 4 दिसंबर, 2025 को पहला एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस मनाया जाएगा। इस लेख में International Day Against Unilateral Coercive Measures in Hindi की विस्तृत जानकारी दी गई है।

एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस के बारे में 

वर्ष 2025 से दुनिया के अधिकांश देशों में 4 दिसंबर को एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस (International Day Against Unilateral Coercive Measures) मनाया जाएगा। संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा ने प्रस्‍ताव पारित करके एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस मनाने का फैसला किया है। 

बताना चाहेंगे इस प्रस्‍ताव के समर्थन में 116 और विरोध में 51 वोट पड़े जबकि छह देशों ने मतदान में हिस्‍सा नहीं लिया। वहीं उत्तरी देशों, यूरोपीय संघ, ऑस्‍ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, जापान और संयुक्त राष्ट्र अमरीका ने प्रस्‍ताव के विरोध में वोट किया है।

संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा के प्रस्‍ताव में सभी देशों से आग्रह किया गया है कि वे ऐसे एकतरफा आर्थिक, वित्तीय व्‍यापार संबंधी उपाय न करें जिनसे अंतर्राष्‍ट्रीय कानून या संयुक्‍त चार्टर का उल्‍लंघन हो। इसमें कहा गया है कि इस तरह की कार्रवाइयां खासकर विकासशील देशों में आर्थिक और सामाजिक विकास में बाधा डालती हैं। 

एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस का उद्देश्य 

अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस का उद्देश्य एकतरफा आर्थिक, वित्तीय व्‍यापार संबंधी उपायों के हानिकारक प्रभावों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है। यह उनके परिणामों को संबोधित करने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और एकजुटता को मजबूत करने का भी प्रयास करता है। 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (António Guterres) से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र व्यापक जागरूकता प्रयासों के हिस्से के रूप में इस दिन को मनाए और बढ़ावा दे। वहीं सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्यों, पर्यवेक्षकों, संगठनों, नागरिक समाज और व्यक्तियों को इस दिन को मनाने और जागरूकता फैलाने में मदद करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

FAQs 

एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस कब मनाया जाएगा?

संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा ने प्रस्‍ताव पारित करके एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में हर वर्ष 4 दिसंबर को अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस मनाने का फैसला किया है।

पहला एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस कब मनाया जाएगा?

वर्ष 2025 में पहली बार यह अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस मनाया जाएगा।

एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस का कितने देशों ने समर्थन किया है?

संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में इस प्रस्‍ताव के समर्थन में 116 और विरोध में 51 वोट पड़े।

एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस का किन देशों ने विरोध किया है?

बताना चाहेंगे उत्तरी देशों, यूरोपीय संघ, ऑस्‍ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, जापान और अमरीका ने इस प्रस्‍ताव के विरोध में वोट किया है।

एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस का उद्देश्य क्या है?

इस प्रस्‍ताव में सभी देशों से आग्रह किया गया है कि वे ऐसे एकतरफा आर्थिक, वित्तीय व्‍यापार संबंधी उपाय न करें जिनसे अंतर्राष्‍ट्रीय कानून या संयुक्‍त चार्टर का उल्‍लंघन हो।

आशा है कि आपको इस लेख में एकतरफा प्रतिबंधात्‍मक उपायों के विरोध में अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस (International Day Against Unilateral Coercive Measures in Hindi) की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही ट्रेंडिंग आर्टिकल्स और सामान्य ज्ञान से संबंधित अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें। 

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