Indravati Rashtriya Udyan: इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान कहाँ स्थित है? जानें इसका इतिहास और प्रमुख आकर्षण

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Indravati Rashtriya Udyan

Indravati Rashtriya Udyan: छत्तीसगढ़ के हरे-भरे जंगलों के बीच छिपा हुआ, इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान प्रकृति की असली झलक दिखाता है। यह पार्क खास तौर पर दुर्लभ जंगली भैंसों (Wild Water Buffalo) की आखिरी आबादी में से एक का घर है, जो अब बहुत कम जगहों पर मिलती है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र प्रोजेक्ट टाइगर रिज़र्व भी है, जहाँ आप बाघों और तेंदुओं को भी देख सकते हैं।

साल 1981 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला और 1983 में इसे टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया। पार्क का नाम इंद्रावती नदी पर पड़ा है, जो इसकी उत्तरी सीमा बनाती है और यहाँ के वन्यजीवों के लिए जीवनरेखा है। लगभग 2799.08 वर्ग किलोमीटर में फैले इस उद्यान में साल, सागौन और बांस के घने जंगल हैं, जो सांभर, नीलगाय, और कई तरह के पक्षियों का घर है। इस ब्लॉग में हम इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान (Indravati Rashtriya Udyan) के बारे में विस्तार से जानेंगे। 

विषय जानकारी
नामइंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान
क्षेत्रफल2799.08 वर्ग किमी
कहाँ स्तिथ है?बीजापुर जिला, छत्तीसगढ़
विशेषताजंगली भैंस, बाघ, तेंदुआ, भालू, हिरण आदि
कब बना राष्ट्रीय उद्यान?1975 (अभयारण्य), 1981 (राष्ट्रीय उद्यान)
इतिहासइंद्रावती नदी के नाम पर; जैव विविधता से भरपूर
मुख्या आकर्षण केंद्र सफारी, वन्यजीव, पक्षी, नदी और जंगल
कैसे पहुँचें इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यानजगदलपुर से सड़क मार्ग, रायपुर से हवाई मार्ग
घूमने का सही समयअक्टूबर से फरवरी

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान (Indravati National Park)

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर जिले में मौजूद एक खास जंगल है। इस पार्क का नाम इसके पास से बहने वाली इंद्रावती नदी पर रखा गया है। यह जगह इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यहाँ जंगली भैंसों की कुछ आखिरी आबादी बची हुई है, जो बहुत ही दुर्लभ जानवर हैं। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ का सबसे शानदार और जाना-माना वन्यजीव पार्क है। यह उदंती-सीतानदी के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के उन दो पार्कों में से एक है जिन्हें प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बाघों को बचाने के लिए चुना गया है।

इंद्रावती नदी इस उद्यान की उत्तरी सीमा बनाती है और यह पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है। इस उद्यान का कुल क्षेत्रफल लगभग 2799।08 वर्ग किलोमीटर है। इंद्रावती को सबसे पहले 1981 में एक राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था। फिर, 1983 में इसे भारत के प्रसिद्ध प्रोजेक्ट टाइगर योजना के तहत एक बाघ अभयारण्य भी घोषित कर दिया गया, जिससे यहाँ बाघों के संरक्षण पर और ज़्यादा ध्यान दिया जा सके।

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान किसके लिए प्रसिद्ध है?

इंद्रावती नेशनल पार्क अपनी दुर्लभ एशियाई जंगली भैंस (Bubalus arnee) की महत्वपूर्ण आबादी के लिए राष्ट्रीय स्तर पर जाना जाता है, और यह इस लुप्तप्राय प्रजाति के अंतिम सुरक्षित आश्रयों में से एक है। इसके अतिरिक्त, यह बाघ संरक्षण के लिए छत्तीसगढ़ के प्रमुख स्थलों में से एक है, जो भारत के प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट टाइगर का हिस्सा है, हालांकि यहाँ बाघों की आबादी में उतार-चढ़ाव देखा गया है। उद्यान अपनी समृद्ध जैव विविधता के लिए भी महत्वपूर्ण है, जिसमें विभिन्न प्रकार के वन्यजीव और वनस्पतियां शामिल हैं जो मध्य भारतीय उष्णकटिबंधीय वनों की विशेषता हैं।

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान कहाँ स्थित है?

इंद्रावती नेशनल पार्क (Indravati National Park) भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के दक्षिणी भाग में, विशेष रूप से बीजापुर जिले में स्थित है। यह उद्यान इंद्रावती नदी के उत्तरी तट पर स्थित है, जो इसकी सीमा का एक हिस्सा बनाती है और अंततः पूर्व से पश्चिम की ओर बहती हुई महाराष्ट्र राज्य के साथ अंतर्राज्यीय सीमा भी बनाती है। यह क्षेत्र दक्कन के पठार के दक्षिणी भाग में आता है और इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 177 से 599 मीटर तक है।

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास क्या है?

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान को 1981 में 1258.37 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में स्थापित किया गया था, जिसका प्राथमिक उद्देश्य इस क्षेत्र की अद्वितीय वन्यजीव संपदा का संरक्षण करना था। इसके महत्व को पहचानते हुए, 1983 में इसे भारत सरकार के प्रोजेक्ट टाइगर के तहत एक बाघ अभयारण्य घोषित किया गया, जिससे यह देश के महत्वपूर्ण बाघ संरक्षण क्षेत्रों में से एक बन गया। उद्यान का नाम इसके उत्तरी किनारे से बहने वाली इंद्रावती नदी के नाम पर रखा गया है।

यहाँ की वनस्पति और जीव-जंतु कौन-कौन से हैं?

यहाँ मौजूद वनस्पति और जीव जंतु की प्रजातियों की जानकारी दी गई है , जो इस प्रकार हैं –

वनस्पति:

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान (Indravati Rashtriya Udyan) में मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय नम और शुष्क पर्णपाती वन पाए जाते हैं, जिनमें सागौन (Teak), सलाई (Salai), बांस (Bamboo) प्रमुख हैं। अन्य महत्वपूर्ण वृक्ष प्रजातियों में लेंडिया (Lendia), महुआ (Mahua), तेंदू (Tendu), सेमल (Semal), हल्दू (Haldu), बेर (Ber) और जामुन (Jamun) शामिल हैं। उद्यान में विस्तृत घास के मैदान भी हैं, जो जंगली भैंसों और अन्य शाकाहारी जीवों के लिए आवश्यक चारागाह प्रदान करते हैं।

जीव-जंतु:

इंद्रावती नेशनल पार्क (Indravati National Park) वन्यजीवों की एक विविध श्रेणी का घर है। प्रमुख स्तनधारियों में बाघ (Panthera tigris tigris) (अनुमानित संख्या लगभग 23), भारतीय तेंदुआ (Panthera pardus fusca), जंगली भैंसा (Bubalus arnee) (एक महत्वपूर्ण और लुप्तप्राय प्रजाति जिसकी यहाँ स्वस्थ प्रजनन आबादी है), सुस्त भालू (Melursus ursinus), जंगली कुत्ता या ढोल (Cuon alpinus), गौर (Bos gaurus), नीलगाय (Boselaphus tragocamelus), सांभर (Rusa unicolor), चीतल (Axis axis), भौंकने वाला हिरण (Muntiacus muntjak), जंगली सूअर (Sus scrofa) और विभिन्न छोटे स्तनधारी जैसे उड़ने वाली गिलहरी (Petaurista philippensis), साही (Hystrix indica), पेंगोलिन और लंगूर शामिल हैं।

वहीं सरीसृपों में मीठे पानी का मगरमच्छ (Crocodylus palustris), मॉनिटर लिज़ार्ड, भारतीय गिरगिट (Chamaeleo zeylanicus), कोबरा (Naja naja), करैत (Bungarus caeruleus) और रसेल वाइपर (Daboia russelii) पाए जाते हैं। पक्षी जीवन भी समृद्ध है, जिसमें विभिन्न प्रकार के रैप्टर, जलपक्षी और वन पक्षी शामिल हैं, जिनमें पहाड़ी मैना (Hill Myna) एक महत्वपूर्ण प्रजाति है।

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान के प्रमुख आकर्षण क्या हैं?

इंद्रावती नेशनल पार्क (Indravati National Park) के प्रमुख आकर्षणों में शामिल हैं:

  • जंगली भैंसा का संरक्षण क्षेत्र: यह पार्क इस दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजाति को देखने और उनके संरक्षण प्रयासों को समझने का एक महत्वपूर्ण स्थान है।
  • बाघों का निवास स्थान: बाघों को उनके प्राकृतिक परिवेश में देखने की संभावना रहती है, हालांकि इनकी संख्या परिवर्तनशील है।
  • विशाल और विविध परिदृश्य: उद्यान में लहरदार पहाड़ी भूभाग, घने वन और विस्तृत घास के मैदान हैं।
  • इंद्रावती नदी: यह बारहमासी नदी पार्क के उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं से बहती है और वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है, साथ ही सुंदर दृश्य भी प्रदान करती है।
  • कुटरू गेम सेंचुरी: यह इसी राष्ट्रीय उद्यान के भीतर स्थित है और वन्यजीवों को देखने के लिए एक और महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
  • पक्षी विहार: विभिन्न प्रकार की पक्षी प्रजातियों की उपस्थिति इसे पक्षी प्रेमियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाती है।
  • वन्यजीव सफारी: उद्यान में जीप सफारी आयोजित की जाती हैं, जो आगंतुकों को वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का अवसर प्रदान करती हैं।

FAQs

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना कब हुई थी?

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान (Indravati Rashtriya Udyan) की स्थापना 1981 में हुई थी।

छत्तीसगढ़ में कितने राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य हैं?

छत्तीसगढ़ में 2 राष्ट्रीय उद्यान और 8 अभयारण्य हैं।

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान का नाम ‘इंद्रावती’ क्यों रखा गया है?

इंद्रावती नेशनल पार्क का नाम इसके बीच से बहने वाली ‘इंद्रावती नदी’ के नाम पर रखा गया है, जो इस क्षेत्र की जीवनरेखा मानी जाती है।

इंद्रावती नदी का उद्गम स्थल कौन सा है?

इंद्रावती नदी का उद्गम स्थल पूर्वी घाट है।

इंद्रावती नदी छत्तीसगढ़ के किस जिले में बहती है?

यह नदी प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर दन्तेवाडा जिले में प्रवाहित होती है।

इंद्रावती टाइगर रेसेर्वेस कहाँ स्थित है?

इंद्रावती टाइगर रिजर्व छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर जिले में स्थित है।

छत्तीसगढ़ का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान कौन सा है?

छत्तीसगढ़ का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान है।

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों के लिए कौन-कौन सी गतिविधियाँ उपलब्ध हैं?

यहां जंगल सफारी, पक्षी दर्शन, ट्रेकिंग और प्रकृति अवलोकन जैसी गतिविधियां की जा सकती हैं, लेकिन ये स्थानीय परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं।

इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान पर्यावरण की दृष्टि से क्यों महत्वपूर्ण है?

यह उद्यान जैव विविधता का अद्भुत केंद्र है और वन्यजीव संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय आदिवासी संस्कृति और पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।

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