Gir Rashtriya Udyan: अफ्रीका के बाद पूरे विश्व में गिर राष्ट्रीय उद्यान ही एक ऐसा स्थान है जहां हम शेरों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं। इसके साथ गिर राष्ट्रीय उद्यान एशियाई शेरों का एकमात्र घर है। गिर राष्ट्रीय उद्यान में 500 से अधिक शेर रहते हैं जिन्हें देखने के लिए लोग दुनिया भर से यहां आते हैं। शेरों के साथ यहां अन्य कहीं दुर्लभ जानवरों जैसे एशियाई जंगली गधे, लकड़बग्घे, गिर लोमड़ी, बौना कठफोड़वा, भूरे मछली उल्लू और काले हिरण देख सकते हैं। इस ब्लॉग में गिर राष्ट्रीय उद्यान (Gir Rashtriya Udyan) के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। यदि आप भी इस बारे में जानने की अधिक इच्छा रखते हैं तो इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
उद्यान का नाम | गिर राष्ट्रीय उद्यान |
स्थान | गुजरात, भारत |
स्थापना वर्ष | 1965 (वन्यजीव अभयारण्य), 1975 (राष्ट्रीय उद्यान घोषित) |
कुल क्षेत्रफल | लगभग 1,412 वर्ग किमी (अभयारण्य और उद्यान मिलाकर) |
कोर पार्क क्षेत्र | लगभग 258 वर्ग किमी |
मुख्य वन्यजीव | एशियाई शेर, तेंदुआ, लकड़बग्घा, सियार, सांभर, चिंकारा, मगरमच्छ |
पक्षियों की प्रजातियाँ | 425 से अधिक (गिद्ध, उल्लू, चील, कठफोड़वा आदि) |
मुख्य वनस्पति | सागवान, बबूल, पलाश, बेर आदि |
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गिर राष्ट्रीय उद्यान के बारे में
- गिर राष्ट्रीय उद्यान भारत के गुजरात राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य है।
- यह विश्व में एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक निवास स्थान है, जो इसे बेहद महत्वपूर्ण बनाता है।
- गिर राष्ट्रीय उद्यान गुजरात के जूनागढ़, अमरेली और गिर-सोमनाथ जिलों में फैला हुआ है।
- इसे 1965 में स्थापित किया गया था।
- उद्यान का कुल क्षेत्रफल लगभग 1,410.30 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें से कोर पार्क जोन लगभग 258 वर्ग किलोमीटर में फैला है।
- यह क्षेत्र दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्रों में से एक माना जाता है क्योंकि यहाँ एशियाई शेर प्राकृतिक आवास में पाए जाते हैं।
- गिर राष्ट्रीय उद्यान, सोमनाथ के उत्तर-पूर्व में, जूनागढ़ के दक्षिण-पूर्व में और अमरेली के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।
- गिर के शेर इस क्षेत्र के सबसे राजसी जानवर माने जाते हैं।
- इन शेरों की औसत लंबाई लगभग 2.75 मीटर होती है।
- गिर राष्ट्रीय उद्यान में शेरों के अलावा लगभग 40 स्तनधारी प्रजातियाँ और 425 पक्षी प्रजातियाँ भी पाई जाती हैं।
गिर राष्ट्रीय उद्यान किसके लिए प्रसिद्ध है?
गिर राष्ट्रीय उद्यान देशभर में अपनी विशिष्टता और अनोखी जैव विविधता के कारण बहुत प्रसिद्ध है। इसके प्रसिद्ध होने के मुख्य कारण इस प्रकार हैं:
- एशियाई शेरों का प्राकृतिक आवास:
गिर राष्ट्रीय उद्यान विश्व में एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक निवास स्थान है। यही वजह है कि यह उद्यान गुजरात और पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। गिर के शेर इस पार्क की मुख्य पहचान हैं। - घनी वनस्पति और जैव विविधता:
गिर की वनस्पति भी इसे विशेष बनाती है। यहाँ सागवान, बबूल, पलाश जैसी कई महत्वपूर्ण और विविध प्रकार की वनस्पतियाँ पाई जाती हैं, जो जंगल को समृद्ध और जीव-जंतुओं के लिए उपयुक्त बनाती हैं। - सफारी और पर्यटन:
गिर राष्ट्रीय उद्यान की सफारी पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यहाँ पर्यटक खुले वाहन में बैठकर शेरों और अन्य वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का रोमांचक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। - मालधारी समुदाय की सांस्कृतिक विरासत:
गिर क्षेत्र में रहने वाला मालधारी समुदाय अपनी पारंपरिक जीवनशैली और जंगल से जुड़े रीति-रिवाजों को आज भी जीवित रखे हुए है। ये स्थानीय लोग गिर की सांस्कृतिक और पारिस्थितिकीय समृद्धि का अहम हिस्सा हैं।
गिर राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास
गिर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना वर्ष 1965 में की गई थी। इसके लगभग 258 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को वर्ष 1975 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया गया।
इसके स्थापना से पहले, 19वीं सदी में यह क्षेत्र भारतीय रियासतों द्वारा शिकार अभियानों के लिए उपयोग किया जाता था। भारी मात्रा में शिकार के कारण, भारत में एशियाई शेरों की संख्या बहुत कम रह गई थी। उस समय केवल कुछ ही शेर बच्चे बचे थे, जो सभी गिर के जंगलों में पाए जाते थे।
ब्रिटिश वायसराय ने गिर के शेरों की घटती आबादी पर चिंता जताई और जूनागढ़ के नवाब को इस विषय में सूचित किया। इसके बाद नवाब ने इस क्षेत्र को संरक्षित करने और अभ्यारण्य स्थापित करने का निर्णय लिया।
अभ्यारण्य बनने के बाद से गिर राष्ट्रीय उद्यान ही वह एकमात्र स्थान है जहाँ आप एशियाई शेरों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं। इस कारण से गिर राष्ट्रीय उद्यान को जैव विविधता और संरक्षण के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्रों में गिना जाता है।
गिर राष्ट्रीय उद्यान में वनस्पति और जीव
गिर राष्ट्रीय उद्यान (Gir Rashtriya Udyan) में वनस्पति और जीवों के बारे में जानकारी यहां दी गई है:
- जैसा कि आप जानते हैं गिर क्षेत्र शुष्क पर्णपाती जंगलों, काँटेदार झाड़ियों और घास के मैदानों से भरा हुआ है। गिर राष्ट्रीय उद्यान में सागवान के वृक्ष प्रमुख वृक्ष प्रजाति है जो बड़ी संख्या में पाई जाती है। इनके साथ बबूल, पलाश, बेर, धवड़ा, खैर, जामुन, अर्जुन और बड़े घास के मैदान देखे जा सकते हैं।
- गिर राष्ट्रीय उद्यान की जैव विविधता भी बहुत अधिक है। एशियाई शेर यहां का मुख्य जीव माना जाता है। शेरों के साथ में यहां तेंदुआ, लकड़बग्घा, जंगली बिल्ली, सियार और लोमड़ी जैसे शिकारी जानवर देखे जा सकते हैं।
- गिर राष्ट्रीय उद्यान के शाकाहारी जीवों में नीलगाय, चिंकारा, सांभर, चीतल, चारसिंगा और जंगली सूअर देखे जा सकते हैं।
- जलीय जीवों में मगरमच्छ यहां बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।
- गिर के वन में पक्षियों की 425 से अधिक प्रजातियां देखी जा सकती हैं जिनमें गिद्ध, चील, उल्लू, मोर, कठफोड़वा प्रमुख है।
गिर राष्ट्रीय उद्यान के प्रमुख आकर्षण
गिर राष्ट्रीय उद्यान के प्रमुख आकर्षण यहां दिए गए हैं:
- गिर राष्ट्रीय उद्यान दुनिया में एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक निवास स्थान, इसलिए यह एक प्रमुख आकर्षण का कारण है।
- यह उद्यान गिर शेरों के साथ-साथ तेंदुओं की अच्छी संख्या के लिए भी प्रसिद्ध है।
- जंगल सफारी भी गिर राष्ट्रीय उद्यान का एक प्रमुख आकर्षण का कारण है। यहां खुली जीप में जंगल भ्रमण, शेरों और अन्य वन्यजीवों को प्राकृतिक आवास में देखने का अवसर प्रदान करता है।
- गिर राष्ट्रीय उद्यान में लगभग 425 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती है, जिनमें गिद्ध, चील, मोर, कठफोड़वा शामिल हैं। यह एक प्रमुख आकर्षण का कारण है।
FAQs
गिर राष्ट्रीय उद्यान एशियाई शेरों, जंगल सफारी, तेंदुओं, पक्षियों, मगरमच्छों, घनी वनस्पति और देवलिया सफारी के लिए प्रसिद्ध है।
गिर अभ्यारण्य शेरों के लिए विख्यात है, हालाँकि भारत के सबसे बड़े कद का हिरण, सांभर, चीतल, नीलगाय, चिंकारा और बारहसिंगा भी यहां देखा जा सकता है साथ ही यहां भालू और बड़ी पूंछ वाले लंगूर भी भारी मात्रा में पाए जाते है। गिर भारत का एक अच्छा पक्षी अभयारण्य भी है।
गिर राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य , जिसे सासन गिर के नाम से भी जाना जाता है, भारत के गुजरात में तलाला गिर के पास एक जंगल, राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य है।
गिर राष्ट्रीय उद्यान का पूरा वन क्षेत्र शुष्क और पर्णपाती है जो एशियाई शेरों के लिए सबसे अच्छा आवास प्रदान करता है। आंकड़ों के अनुसार, पूरे सौराष्ट्र क्षेत्र में 523 शेर और 300 से अधिक तेंदुए रहते हैं। इन दो जानवरों के अलावा यह पार्क हिरणों की दो अलग-अलग प्रजातियों का घर है।
गिर राष्ट्रीय उद्यान में एशियाई शेर पाए जाते हैं।
गिर आकर्षक एशियाई शेरों का घर है, गिर राष्ट्रीय उद्यान भारत का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है जो इन शाही जानवरों का पोषण करता है । यह कुल 258 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है जिसे विशेष रूप से इन शेरों के लिए संरक्षित क्षेत्र माना जाता है।
गिर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1975 में हुई थी, जबकि इसे 1965 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था।
गिर राष्ट्रीय उद्यान में कई नदियाँ बहती हैं, जिनमें प्रमुख हैं– हिरण, शेत्रुंजी, दातार्दी, मच्छुंद्रा, अंबा, गोडावरी और रावल। ये नदियाँ जंगल को जीवन प्रदान करती हैं।
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उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको गिर राष्ट्रीय उद्यान (Gir Rashtriya Udyan) की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही सामान्य ज्ञान और UPSC से जुड़े अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।