Biome in Hindi: प्रिय विद्यार्थियों बायोम (Biome) एक ऐसा विशाल भौगोलिक क्षेत्र होता है जहाँ जलवायु, वनस्पति, जीव-जंतु और अन्य पर्यावरणीय घटक आपस में मिलकर एक विशिष्ट पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) बनाते हैं। बता दें कि बायोम रेगिस्तान से लेकर वर्षावनों तक व्यापक रूप से भिन्न हो सकते हैं, और प्रत्येक अपनी जैव विविधता के साथ एक विशिष्ट पारिस्थितिकी तंत्र को संदर्भित करते हैं। बायोम पृथ्वी पर जीवन के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और कई प्रजातियों के अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं।
बताना चाहेंगे स्कूली परीक्षाओं के अलावा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भूगोल विषय से संबधित प्रश्न अकसर पूछे जाते हैं। इसलिए इस लेख में भूगोल के एक महत्वपूर्ण विषय बायोम किसे कहते हैं और विश्व के प्रमुख बायोम (Biome in Hindi) की विस्तृत जानकारी दी गई है।
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बायोम किसे कहते हैं? – Biome in Hindi
बायोम (Biome) पृथ्वी पर एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र है जहाँ समान जलवायु, वनस्पति और जीव-जंतु पाए जाते हैं। यह एक बड़ा पारिस्थितिकी तंत्र होता है जो अपने भौतिक वातावरण और क्षेत्रीय जलवायु के अनुसार विकसित होता है। सरल शब्दों में कहें तो, बायोम एक ऐसा प्राकृतिक क्षेत्र है जहाँ रहने वाले जीव-जंतु और पेड़-पौधे उस विशेष क्षेत्र की जलवायु और वातावरण के अनुकूल होते हैं।
वन बायोम क्या है?
वन बायोम एक प्रकार का स्थलीय बायोम है जिसमें भूमि का बड़ा भाग पेड़ों और अन्य वनस्पतियों से आच्छादित होता है। ये क्षेत्र जैव विविधता (biodiversity) से भरपूर होते हैं और पृथ्वी के पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बताना चाहेंगे यह पृथ्वी के बड़े भू-भागों को कवर करते हैं और दुनिया भर के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
सवाना बायोम क्या है?
सवाना बायोम (Savanna Biome) एक ऐसा बायोम है जो उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। इसमें व्यापक घास के मैदान होते हैं और कुछ जगहों पर छिटपुट पेड़-पौधे भी पाए जाते हैं।
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बायोम के प्रकार
बायोम के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं, और उनके अंतर्गत कई उप-प्रकार शामिल होते हैं:-
1. स्थलीय बायोम (Terrestrial Biomes): ये पृथ्वी की भूमि पर पाए जाते हैं।
- उष्णकटिबंधीय वर्षावन (Tropical Rainforest)
- पर्णपाती वन (Deciduous Forest)
- बोरियल वन या टैगा (Boreal Forest/Taiga)
- घास के मैदान (Grasslands)
- सवाना (Savanna)
- मरुस्थल (Desert)
- टुंड्रा (Tundra)
- पर्वतीय बायोम (Mountain Biome)
2. जलीय बायोम (Aquatic Biomes); ये जल निकायों में पाए जाते हैं।
- मीठे पानी का बायोम (Freshwater Biome) – नदियाँ, झीलें, तालाब
- समुद्री बायोम (Marine Biome) – पृथ्वी का सबसे बड़ा बायोम, खारे पानी का विशाल निकाय।
- दलदली या आर्द्रभूमि बायोम (Wetlands Biome) – वे क्षेत्र जहाँ पानी सतह के करीब होता है या जमीन को ढकता है (जैसे दलदल, दलदल)।
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बायोम बनाने वाले कारक
बायोम बनाने वाले चार मुख्य कारक (Biome in Hindi) इस प्रकार हैं;-
- मिट्टी की भौतिक और रासायनिक स्थिति यानी PH, बनावट, पोषक तत्व, आदि।
- जलवायु परिस्थितियाँ जैसे तापमान, वर्षा, आदि।
- वनस्पति यानी जड़ी-बूटियों, झाड़ियों, पेड़ों आदि की उपलब्धता।
- वन्यजीव यानी कीटों, पक्षियों, मछलियों, स्तनधारियों आदि की उपलब्धता।
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बायोम को प्रभावित करने वाले कारक
बायोम को प्रभावित करने वाले निम्नलिखित कारक हैं:-
- जलवायु परिवर्तन
- तापमान
- मानवीय गतिविधियाँ
- वर्षा
- भूमि की ऊँचाई और प्रकार
- प्रदूषण
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FAQs
बायोम एक ऐसा विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र है जहाँ समान जलवायु के कारण एक जैसी वनस्पति और जीव-जंतु पाए जाते हैं।
बायोम मुख्यतः पांच प्रकार के होते हैं: वन, घास के मैदान, मरुस्थल, टुंड्रा, और जलीय बायोम।
भारत में मुख्यतः छह बायोम पाए जाते हैं: उष्णकटिबंधीय वर्षावन, पर्णपाती वन, घास के मैदान, मरुस्थल, पर्वतीय बायोम, और जलीय बायोम।
अमेज़न वर्षावन बायोम का एक प्रमुख उदाहरण है, जहाँ गर्म और आर्द्र जलवायु में घने जंगल और विविध जीव-जंतु पाए जाते हैं।
पृथ्वी पर सबसे बड़ा बायोम जलीय बायोम है, जो पृथ्वी की सतह के लगभग 70% हिस्से को कवर करता है।
टुंड्रा बायोम पृथ्वी पर सबसे ठंडा बायोम है।
दिल्ली मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन बायोम के अंतर्गत आता है, हालाँकि शहरीकरण और मानव गतिविधियों के कारण इसकी प्राकृतिक वनस्पति में काफी बदलाव आया है।
आशा है कि आपको इस लेख में बायोम किसे कहते हैं और विश्व के प्रमुख बायोम (Biome in Hindi) की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही सामान्य ज्ञान और ट्रेंडिंग इवेंट्स से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।