Atmanirbhar Bharat Speech in Hindi: आत्मनिर्भर भारत न केवल एक सरकारी नीति है, बल्कि यह हर भारतीय का सपना, संकल्प और कार्यक्षमता का प्रतीक है। यह अभियान देश को सिर्फ आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि विचारधारा, संस्कृति और आत्मबल के स्तर पर भी मजबूत बना रहा है। देखा जाए तो आज का युवा, किसान, महिला और उद्यमी – सभी मिलकर इस संकल्प को साकार करने में जुटे हैं। इसलिए इस लेख में आपके लिए आत्मनिर्भर भारत पर भाषण (Atmanirbhar Bharat Speech in Hindi) के सैंपल दिए गए हैं, जो युवा पीढ़ी को अत्यंत प्रभावित करेंगे।
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आत्मनिर्भर भारत पर भाषण 100 शब्दों में
यहाँ आपके लिए आत्मनिर्भर भारत पर भाषण 100 शब्दों में (Atmanirbhar Bharat Speech in Hindi) का सैंपल दिया गया है, जो इस प्रकार हैं –
नमस्कार बंधु!
भारत के इतिहास में 12 मई 2020 का दिन एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में दर्ज है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए “आत्मनिर्भर भारत अभियान” (Atma Nirbhar Bharat Abhiyan) की घोषणा की। यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि भारत को आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। बता दें कि COVID-19 महामारी के संकट से उबरते हुए भारत ने यह संकल्प लिया कि अब हमें न केवल दुनिया पर निर्भर रहना है, बल्कि खुद भी एक वैकल्पिक शक्ति बनकर उभरना है।
जय हिन्द
आत्मनिर्भर भारत पर भाषण 200 शब्दों में
यहाँ आपके लिए आत्मनिर्भर भारत पर भाषण 200 शब्दों में (Atmanirbhar Bharat Speech in Hindi) का सैंपल दिया गया है, जो इस प्रकार हैं –
मंच पर उपस्थित समस्त आदरणीय अतिथिगण, मेरे सम्मानित साथियों और प्यारे दोस्तों
भारत को आर्थिक, तकनीकी और औद्योगिक रूप से इतना सक्षम बनाना कि वह आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के लिए अन्य देशों पर निर्भर न रहे। यह पहल न केवल एक आर्थिक सुधार है, बल्कि यह आत्मगौरव और आत्मविश्वास का प्रतीक भी है।
सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को 5 स्तंभों पर आधारित बताया है, जिसमें अर्थव्यवस्था, अवसंरचना (infrastructure), प्रणाली (System based on 21वीं सदी की तकनीक), जनसांख्यिकी (Demography), और मांग (Demand) प्रमुख है। इसका उद्देश्य भारत को ‘मेक इन इंडिया’ से आगे बढ़ाकर ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ की दिशा में ले जाना है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत केंद्र सरकार ने अब तक ₹20 लाख करोड़ से अधिक के आर्थिक प्रोत्साहन (stimulus package) की घोषणा की है। इसमें MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम), कृषि, श्रमिकों, स्टार्टअप्स और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए विशेष योजनाएं शामिल हैं। इस अभियान का उद्देश्य भारत में उत्पादन की क्षमता बढ़ाना और अपनी निर्भरता किसी और देश पर कम करना है। आत्मनिर्भरता का मंत्र ही हम भारतीयों के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाता है। हम सभी को इस अभियान के साथ जुड़कर देश की उन्नति में अपना योगदान देना चाहिए।
आत्मनिर्भर भारत पर भाषण 500 शब्दों में
यहाँ आपके लिए आत्मनिर्भर भारत पर भाषण 500 शब्दों में (Atmanirbhar Bharat Speech in Hindi) का सैंपल दिया गया है, जो इस प्रकार हैं –
मंच पर उपस्थित समस्त आदरणीय अतिथिगण, मेरे सम्मानित साथियों और प्यारे दोस्तों,
आत्मनिर्भर भारत का अर्थ है – सशक्त और समृद्धि के साथ-साथ विश्वास से भरापूरा अपना देश। इसी आत्मनिर्भरता का महत्व जन-जन को बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई 2020 को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में “आत्मनिर्भर भारत अभियान” की घोषणा की। दरअसल यह अभियान COVID-19 महामारी के दौरान भारत को आर्थिक झटकों से उबारने और दीर्घकालिक विकास के लिए भारत राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। बता दें कि इसका मूल विचार है – “लोकल को ग्लोबल बनाना”। इस पहल का मकसद सिर्फ उत्पादन को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि भारत को आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है।
आत्मनिर्भर भारत” के पांच स्तंभों “अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, व्यवस्था (System), जनसांख्यिकीय लाभांश और माँग (Demand)” पर आधारित भारत सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं जैसे- प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना, पीएलआई (Production Linked Incentive) स्कीम, स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया आदि को चलाया जा रहा है, जिसका लक्ष्य भारत को स्वावलंबी और समृद्ध बनाना है।
इसी के साथ कृषि में आत्मनिर्भरता के लिए सरकार द्वारा e-NAM पोर्टल की सुविधा प्रदान की जा रही है। बता दें कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार (PIB और आत्मनिर्भर भारत पोर्टल से प्राप्त जानकारी), भारत अपने कदम मोबाइल फोन, ड्रोन, रेलवे कोच और रक्षा उपकरण जैसे क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता लाने की ओर तेजी से बढ़ा रहा है।
आत्मनिर्भर भारत का यह अभियान सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहा है, फिर भी एमएसएमई सेक्टर को ऋण उपलब्धता, स्किल डेवलपमेंट और निर्यात प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही, यह अभियान हमें सिखाता है कि आत्मनिर्भरता का अर्थ विश्व से अलग होना नहीं है, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक मजबूत भागीदार बनना है।
‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल भारत की उन्नति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह पहल न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है, बल्कि यह भारत को एक सशक्त, स्वतंत्र, और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक मजबूत और समृद्ध भारत की नींव रखती है।
‘आत्मनिर्भर भारत’ का मुख्य उद्देश्य भारत को एक ऐसी अर्थव्यवस्था बनाना है जो न केवल घरेलू आवश्यकताओं को पूरा कर सके, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। इसके तहत, सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में सुधारों की शुरुआत की है, जैसे कि मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया, और स्किल इंडिया। इन सभी योजनाओं के तहत भारत एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान केवल एक आर्थिक नीति नहीं है, बल्कि यह भारत की आत्मा को दर्शाने वाला एक आंदोलन है। यह हमें स्वावलंबन की प्रेरणा देता है और भारत को वैश्विक मंच पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर करता है। यदि हम इस अभियान के मूल्यों को अपनाएं और स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें, तो निश्चित ही भारत आत्मनिर्भर बनकर ‘विश्व गुरु’ की दिशा में आगे बढ़ेगा।
आत्मनिर्भर भारत के बारे में रोचक तथ्य
यहाँ आपके लिए आत्मनिर्भर भारत के बारे में रोचक तथ्य दिए गए हैं, जो आपको इस दिन के बारे में गहराई से बताएंगे:
- COVID-19 महामारी के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए “आत्मनिर्भर भारत अभियान” (Self-Reliant India Mission) की घोषणा की गई थी।
- प्रधानमंत्री मोदी ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ‘Vocal for Local’ की अपील की। इससे भारत में बने सामानों की मांग बढ़ी और आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम बढ़ा।
- इससे ई-गवर्नेंस, ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा मिला है।
- इससे मोबाइल, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल आदि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ी।
आत्मनिर्भर भारत पर भाषण कैसे तैयार करें?
आत्मनिर्भर भारत पर शानदार भाषण लिखने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें, जो इस प्रकार हैं –
- भाषण की शुरुआत राष्ट्र को गर्व देने वाली उपलब्धियों से करें।
- अपने भाषण में विश्वसनीय सरकारी तथ्यों का उल्लेख करें।
- भाषण की भाषा शैली युवाओं को प्रेरित करने वाली होनी चाहिए।
- भाषण को सरल, प्रभावशाली और प्रेरक बनाएं।
- भाषण के निष्कर्ष में आत्मनिर्भर भारत अभियान का महत्व बताते हुए इसमें अपनी ओर से योगदान देने का महत्व बताएं।
FAQs
आत्मनिर्भर भारत का मतलब है एक ऐसा भारत जो आर्थिक, तकनीकी और औद्योगिक रूप से खुद सक्षम हो, जिससे हमें आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के लिए विदेशों पर निर्भर न रहना पड़े।
यह भारत सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना, स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना और विदेशी निर्भरता को कम करना है।
इस संकल्पना के तहत भारत को ‘मेक इन इंडिया’ से आगे बढ़ाकर ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे भारत वैश्विक बाजार में भी मजबूत हो।
आत्मनिर्भर का अर्थ है “स्वयं पर निर्भर” या “खुद की जरूरतें खुद पूरी करने वाला।”
आत्मनिर्भर वह व्यक्ति या देश होता है जो अपनी आवश्यकताओं को बिना बाहरी सहायता के स्वयं पूरा कर सके।
देश की आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ाना और विदेशों पर निर्भरता को कम करना।
देश की आर्थिक सुरक्षा बढ़ती है, रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, तकनीकी विकास होता है और विदेशी दबाव कम होता है।
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